shiva tandava Secrets
धराधरेन्द्रनन्दिनी विलासबन्धुबन्धुर स्फुरद्दिगन्तसन्तति प्रमोद मानमानसे
श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग उत्पत्ति पौराणिक कथा
Could I lookup superb satisfaction in Lord Siva, who’s supporter of all lifetime, who along with his creeping snake with reddish brown hood and Together with the luster of his gem on it spreading out variegated colors to the gorgeous faces in the maidens of Directions, who is roofed using a glittering higher garment fabricated through the pores and pores and skin of an unlimited intoxicated elephant. ॥4॥
तृणार विन्द चक्षुषोः प्रजा मही महेन्द्रयोः
जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी
जिन्होंने अंधक दैत्य का विनाश किया, जो हाथियों को मारने वाले हैं,
उनके बालों से बहने वाले जल से उनका कंठ पवित्र है,
जिन्होंने शक्तिशाली कामदेव को अग्नि को अर्पित कर दिया,
प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन ।.. गोष्पदी कृत वारीशं मशकी कृत राक्षसम् website ।..
इस स्तोत्र को, जो भी पढ़ता है, याद करता है और सुनाता है,
दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजङ्गमौक्तिकस्रजोर्
किनकि शुभ मानिने कदम्ब फूलहरूको सुन्दर गुच्छाबाट महको मधुर सुगन्ध आइरहेको छ,
मैं भगवान शिव की प्रार्थना करता हूं, जिनका कंठ मंदिरों की चमक से बंधा है,
जटाकटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी विलोलवीचिवल्लरी विराजमानमूर्धनि